संचार व्यवस्था Objective Questions
- V प्रसारण के लिए किस आवृत्ति परास का उपयोग होता है ?
(A) 30 Hz – 300 Hz
(B) 30 kHz – 300 kHz
(C) 30 MHz – 300 MHz
(D) 30 GHz – 300 GHz
Ans (C)
- फैक्स(FAX) का अर्थ है :-
(A) Full Excess Transmission
(B) Facsimile Telegraphy
(C) factual auto exchange
(D) feed auto exchange
Ans (B)
- वाहक तरंगों पर किसी सूचना के अध्यारोपण की प्रक्रिया को कहते हैं –
(A) प्रेषण
(B) मॉडुलन
(C) विमॉडुलन
(D) ग्रहण
Ans (B)
- एरियल में इलेक्ट्रॉन के मंदन या त्वरण से उत्पन्न विद्युत चुंबकीय तरंग है –
(A) रेडियो तरंग
(B) गामा तरंग
(C) X-किरणें
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (A)
- एक संस्था में स्थापित आंतरिक नेटवर्क को कहा जाता है-
(A) इंटरनेट
(B) लोकल एरिया नेटवर्क
(C) कंप्यूटरों का निकाय
(D) कंप्यूटर का नेटवर्क
Ans (B)
- डिजिटल संकेत में संभव मान है –
(A) 0 and 1
(B) 0 तथा 1 के बीच सभी मान
(C) All Value
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (A)
- स्काई वेव संचार आधारित है –
(A) आयनमंडल द्वारा परावर्तन पर
(B) आयनमंडल द्वारा अवशोषण पर
(C) आयनमंडल में संचरण पर
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (C)
- पृथ्वी के किसी स्थान पर एक टीवी प्रेषण टावर की ऊंचाई 245 मीटर है। जितनी अधिकतम दूरी तक इस टावर का प्रसारण पहुंचेगा वह है –
(A) 245 metre
(B) 245 Km
(C) 56 Km
(D) 112 Km
Ans (C)
- WWW का पूरा रूप है –
(A) World Wide Web
(B) World Wide Wire
(C) World Wide Wise
(D) None
Ans (A)
- रडार द्वारा दूरसंचार में किस विद्युत चुंबकीय तरंग का उपयोग होता है ?
(A) माइक्रो तरंगे
(B) रेडियो तरंगे
(C) अवरक्त विकिरण
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (A)
- 40 MHz से अधिक आवृतियों के संचार में उपयुक्त होता है
(A) आयनमंडल
(B) उपग्रह
(C) भू-तरंग
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (B)
- रेडियो तरंगों का परावर्तन होता है –
(A) आइनोस्फीयर से
(B) स्ट्रेटोस्फीयर से
(C) ट्रोपोस्फीयर से
(D) कोई नहीं
Ans (A)
- सूचना का मात्रक है –
(A) बिट (Bit)
(B) हर्ज (Herz)
(C) वाट (watt)
(D) कोई नहीं
Ans (A)
- भू-स्थिर उपग्रह की ऊंचाई पृथ्वी तल से है –
(A) 65930 Km
(B) 35930 Km
(C) 25930 Km
(D) कोई नहीं
Ans (B)
- वैसे युक्ति जिससे एक तीव्र, एक वर्णी, समांतर तथा उच्च कला-संबंध प्रकाश पुंज प्राप्त किया जा सकता है, उसे कहते हैं
(A) लेसर (Laser)
(B) रडार (Radar)
(C) टेलीविजन (T.V)
(D) कंप्यूटर (Computer)
Ans (A)
- लंबी दूरी तक रेडियो प्रसारण के लिए निम्नलिखित में से मुख्यतः किस का उपयोग किया जाता है ?
(A) भू-तरंगों का
(B) दृश्य तरंगों का
(C) आयनमंडलीय परावर्तन का
(D) उपग्रह संचार का
Ans (C)
- तनूकरण का मापन किया जाता है –
(A) डेसीबल
(B) ओम
(C) साइमन
(D) म्हो
Ans (A)
- GPS किसका संक्षिप्त रूप है –
(A) Global Positioning System
(B) Global positioning satellite
(C) Gross product of sugar
(D) कोई नहीं
Ans (A)
- व्योम तरंगों की आवृत्ति होती है –
(A) 3 – 30 मेगाहर्ट्ज
(B) 40 – 300 मेगाहर्ट्ज
(C) 50 – 500 मेगाहर्ट्ज
(D) 5 – 100 मेगाहर्ट्ज
Ans (A)
- रेडियो तरंग के प्रसारण के लिए मॉडुलन है –
(A) आयाम मॉडुलन
(B) संचरण मॉडुलन
(C) आवृत्ति मॉडुलन
(D) यह सभी
Ans (A)
- 20 किलोहर्ट्स आवृत्ति की विद्युत चुंबकीय तरंग के लिए तरंगदैर्ध्य होगी –
(A) 20 किलोमीटर
(B) 10 किलोमीटर
(C) 15 किलोमीटर
(D) 25 किलोमीटर
Ans (C)
- आयाम मॉडुलेशन संचार व्यवस्था में बैंड चौड़ाई का सूत्र है –
(A) fc + fm
(B) 2fm
(C) fc – fm
(D) 2fc
Ans (B)
- एक टावर की ऊंचाई किसी स्थान पर 500 मीटर है। तो इसके प्रसारण की परास होगी। जबकि पृथ्वी की त्रिज्या 6400 किलोमीटर है –
(A) 8 किलोमीटर
(B) 16 किलोमीटर
(C) 30 किलोमीटर
(D) 80 किलोमीटर
Ans (D)
- एक आयाम मॉडुलित वाहक तरंग का अधिकतम आयाम 6 वोल्ट तथा न्यूनतम आयाम 4 वोल्ट है। तो मॉडुलन गुणांक का मान होगा –
(A) 0.2
(B) 10
(C) 20
(D) 2
Ans (A)
- आयाम मॉडुलित तरंग में मॉडुलित सूचकांक (मॉडुलित गुणांक) है
(A) सदैव शून्य
(B) 0 – 1 के बीच
(C) 1 – ∞ के बीच
(D) सदैव ∞
Ans (B)
- वाहक (रेडियो) तरंगों पर किसी सूचना के अध्यारोपण की प्रक्रियाका नाम है:
(A) प्रेषण
(B) मॉड्यूलेशन
(C) डिमॉड्यूलेशन
(D) ग्रहण
Ans (B)
- उपग्रह संचारण में विद्युत चुम्बकीय तरंग का कौन सा भाग प्रयुक्तहोता है:
(A) प्रकाश तरंगें
(B) रेडियो तरंगे
(C) गामा किरणें
(D) सूक्ष्म तरंगें
Ans (D)
- रेडियो एवं टेलिविजन प्रसारण में सूचना संकेत का रूप होता है:
(A) डिजिटल सिग्नल
(B) डिजिटल सिग्नल एवं एनालॉग सिग्नल
(C) एनालॉग सिग्नल
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (C)
- ‘h’ ऊँचाई के एंटीना से टी०वी० संकेत अधिकतम दूरी तक प्राप्तकिये जा सकते हैं वह है:
(A) V2 HR
(B) h 2 R
(C) R/2h
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (A)
- टेलीविजन संचारण में आमतौर से उपयुक्त आवृत्ति परास है:
(A) 30-300 MHz
(B) 30-300 GHz
(C) 30-300 KHz
(D) 30-300 Hz
Ans (A)
- आयाम मॉड्यूलेशनमें मॉड्यूलेशन सूचकांक
(A) हमेशा शून्य होता है
(B) 1 और 2 के बीच होता है
(C) 0 और 1 के बीच होता है
(D) 0.5 से अधिक नहीं हो सकता है
Ans (C)
- मॉडुलन के विपरीत प्रक्रिया को कहते हैं
(A) विमॉडुलन
(B) प्रेषण
(C) रीमोट रेसिंग
(D) फैक्स
Ans (A)
- लंबी दूरी तक रेडियो प्रसारण के लिए निम्नलिखित में से मुख्यतःकिसका उपयोग किया जाता है?
(A) भू-तरंगों का
(B) दृष्टि तरंगों का
(C) आयन मंडलीय तरंगों का
(D) उपग्रह संचार का
Ans (C)
- पृथ्वी के किसी स्थान पर एक TV प्रेषण टॉवर की ऊँचाई 245 मीटर है।जितनी अधिकतम दूरी तक इस टॉवर का प्रसारण पहुँचेगा, वह है
(A) 245 मीटर
(B) 245 कि०मी०
(C) 56 कि०मी०
(D) 112 कि०मी०
Ans (C)
- TV प्रसारण के लिए जिस आवृत्ति-परास का उपयोग होता है, वह है
(A) 30-300 Hz
(B) 30-300 KHz
(C) 30 – 300 MHz
(D) 30 – 300 GHz
Ans (C)
- प्रकाशीक तंतु का सिद्धांत है
(A) विवर्तन
(B) व्यतिकरण
(C) पूर्ण आंतरिक परावर्तन
(D) अपवर्तन
Ans (C)
- वैसी युक्ति जो मॉडुलन तथा विमॉडुलन दोनों का कार्य करता है, उसे कहते हैं
(A) लेसर
(B) रडार
(C) मोडेम
(D) फैक्स
Ans (C)
- वैसी युक्ति जिससे एक तीव्र, एक वर्णी, समान्तर तथा उच्चकला-सम्बद्ध प्रकाश पुंज प्राप्त किया जाता है, उसे कहते हैं
(A) लेसर
(B) रडार
(C) टेलीविजन
(D) कम्प्यूटर
Ans (A)
- आयनमंडल में उपस्थित आयन है केवल
(A) धन आयन
(B) मुक्त पॉजिस्ट्रॉन
(C) ऋणायन
(D) मुक्त इलेक्ट्रॉन
Ans (A)
- आयनमंडल का व्यवहार रेडियो तरंगों हेतु होता है
(A) विरल माध्यम
(B) संघन माध्यम
(C) मुक्त आकाश
(D) परावैद्युत माध्यम
Ans (A)
- माइक्रो-तरंगों की आवृत्ति होती है
(A) रेडियो आवृत्ति से अधिक
(B) रेडियो आवृत्ति से कम
(C) प्रकाश आवृत्ति से अधिक
(D) श्रव्य आवृत्ति से कम
Ans (A)
- भू-तरंगों का ध्रुवण होता है पृथ्वी तल के
(A) किसी भी दिशा में
(B) 60° के कोण पर
(C) लम्बवत्
(D) समान्तर
Ans (C)
- संचार तंत्र का भाग नहीं है
(A) प्रेषण
(B) संचरण
(C) अभिग्रहण
(D) ऊर्जा
Ans (D)
- एनालॉग संचार तंत्र का उदाहरण नहीं है
(A) फैक्स
(B) टेलीग्राफी
(C) राडार
(D) टेलेक्स
Ans (A)
- भू-स्थिर उपग्रह की ऊँचाई पृथ्वी तल से है
(A) 65930 कि०मी०
(B) 35930 कि०मी०
(C) 25930 कि०मी०
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (B)
- प्रकाशीय तंतु संचरण में प्रकाश स्रोत के रूप में होता है
(A) जेनर डायोड
(B) लेसर या प्रकाश उत्सर्जक डायाड
(C) फोटो डायोड
(D) सोडियम प्रकाश
Ans (B)
- माइक्रोफोन द्वारा होता है
(A) विद्युत् वोल्टता का ध्वनि तरंग में परिवर्तन
(B) ध्वनि दाब का विद्युत् वोल्टता या धारा में परिवर्तन
(C) किसी वस्तु की आवर्धित चित्र की प्राप्ति
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans (B)